Aparna Sharma

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लेखनी प्रतियोगिता -04-Jul-2023

दैनिक प्रतियोगिता स्वैच्छिक 

कविता 

*उठो नारी सम्मान बचा लो*

उठो नारी अब तलवार उठाओ तुम,⚔️
सती से अब दुर्गा भी बन जाओ तुम।🐯

तुम ही हो हंस वाहिनी सरस्वती भी,🦢
सबको मर्यादा का पाठ पढ़ाओ तुम।🔥

कलियुग में सीता बन कर क्या होगा,
अगर साथ मे राम ही ना पाओ तुम। 👨‍👧

जिन्होंने किया इतना ज़ुल्म तुम पर,
उन्हें अब काली रूप दिखाओ तुम।👅

डराने वाली दुनिया खुद डर जाएगी,
बस एक पहला कदम बढ़ाओ तुम।👣

झुक जाएगी हर बुरी नज़र "गौरी" ,
निडर हो के नज़रें तो मिलाओ तुम।👁️👁️

सत्य, धर्म,देश, शाश्वत प्रेम मार्ग है तेरा 
इसके लिए न झुको , दुष्टों -गद्दारों से भिड़ जाओ तुम 

९९ गलतियां माफ कर कृष्ण ने भी सुदर्शन उठाया था !🛞☀️
करोड़ों अपमान सह शंकर ने भी वीरभद्र रूप बनाया था! 👹

रावण को सीता नहीं सौंप दी राम ने भी बाण चलाया था! 🏹

कहां कितना झुकना दबना है ये सबको समझाओ तुम 
सदा मौन और शांति कायरता, अन्याय बढ़ाती है 
अब तो रणचंडी बन जाओ तुम!!🤺

तुम महाकाल की महाकाली हो दु:शासन से वस्त्र बचाओ तुम 🥻
हर बार कृष्ण नहीं आएंगे 
आत्म रक्षा शिव से सीखकर आओ तुम !🔱

🪷अपर्णा गौरी 🌞

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4 Comments

madhura

05-Jul-2023 09:33 AM

very good mam your poetry is great inspiration

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Abhinav ji

05-Jul-2023 08:14 AM

Very nice 👍

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बेहतरीन

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